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Tajpura Village District Saharanpur Tehsil behat | Gada Biradri Village | ताजपुरा सहारनपुर

Village/Tajpura-Saharanpur  ताजपुरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के सहारनपुर जिले के मुजफ्फराबाद ब्लॉक में एक गाँव है। यह सहारनपुर मंडल के अंतर्गत आता है। यह जिला मुख्यालय सहारनपुर से उत्तर की ओर 13 किमी दूर स्थित है। मुजफ्फराबाद से 13 किमी. प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 569 कि.मी ताजपुरा पिन कोड 247120 है और डाक प्रधान कार्यालय बबैल बुजुर्ग है। पानसर (2 किमी), रांडौल (2 किमी), घुन्ना (3 किमी), माला हेडी (3 किमी), रेडी मोहिउद्दीनपुर (3 किमी) ताजपुरा के नजदीकी गांव हैं। ताजपुरा पूर्व की ओर मुजफ्फराबाद ब्लॉक, उत्तर की ओर सदौली कदीम ब्लॉक, दक्षिण की ओर सहारनपुर ब्लॉक, पश्चिम की ओर सरसावां ब्लॉक से घिरा हुआ है। जनगणना 2011 की जानकारी के अनुसार ताजपुरा गाँव का स्थान कोड या गाँव कोड 109128 है। ताजपुरा गाँव भारत के उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले की बेहट तहसील में स्थित है। सहारनपुर और बेहट क्रमशः ताजपुरा गाँव के जिला और उप-जिला मुख्यालय हैं। 2009 के आँकड़ों के अनुसार ताजपुरा गाँव एक ग्राम पंचायत भी है। गाँव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 223.98 हेक्टेयर है। ताजपुरा की कुल आबादी 6,011 है, जिसमें पुरुष आबा
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ऑल इंडिया गाड़ा अंजुमन (रजि•) WhatsApp Group Rules and Regulations.

ऑल इंडिया गाड़ा मजलिस (रजि •) ऑल इंडिया गाड़ा अंजुमन (रजि•) WhatsApp Group Rules and Regulations. इस group का मकसद तमाम भारत के गाड़ा बिरादरी के लोगो को जोड़कर उनके बीच गाड़ा बिरादरी की तमाम ज़रूरत व बिरादरी की सभी वो खबरे जिससे गाड़ा बिरादरी के लोग दूसरे लोगो के सामने अपनी बिरादरी की बात रखते हुए फ़क्र से सर ऊँचा करके बाहरी आवाज़ में लोगो के बीच अपनी बात रख सके.. ये group व्हाट्सप्प पर चल रहे अन्य group से बिलकुल अलग बनाने की कोशिश करेंगे.. जैसे की आप सभी मेंबर ये जानते है की group को भिंडी बाजार बनाने से हम बिरादरी के उन लोगो से संपर्क खो देते है जिनसे हमें सीखने में ज़िन्दगी भर कुछ ना कुछ मिलता है.. जो भी group में कोई मेंबर जुड़ता है वो पहले group का मकसद नियम व कायदा अच्छे से जान ले.. इस ग्रुप का ऐसा कोई मकसद नहीं है की इस ग्रुप को गाड़ा बिरादरी का सबसे बड़ा group बनाएंगे..group में चाहे कम से कम लोग हो लेकिन सब्र और सोच समझकर बोलने या लिखने वाले हो..और ना ही इस ग्रुप का कोई ऐसा मकसद की हमें बिरादरी के अन्य दूसरे ग्रुप से बड़ा बनना है या सबसे बड़ा ग्रुप बनाना है... चलिए अगर आप ग्रुप में जुड़ चुके

Ghana khandi Village District Saharanpur / गाड़ो की राजधानी घाना खंडी

Village-Viral.Com/Ghana-Khandi-Village घाना खंडी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के सहारनपुर जिले के पुवारका ब्लॉक में एक गाँव है। यह सहारनपुर मंडल के अंतर्गत आता है। यह जिला मुख्यालय सहारनपुर से उत्तर की ओर 10 किमी दूर स्थित है। पुंवारका से 6 कि.मी. प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 565 कि.मी घाना खंडी पिन कोड 247120 है और डाक प्रधान कार्यालय बबैल बुज़ुर्ग है। बोंडकी (1 किमी), सलामपुर भुकड़ी (2 किमी), घुन्ना (2 किमी), लखनौती कलां (2 किमी), पुनवारका (2 किमी) घाना खंडी के नजदीकी गांव हैं। घाना खंडी दक्षिण की ओर सहारनपुर ब्लॉक, पूर्व की ओर मुजफ्फराबाद ब्लॉक, दक्षिण की ओर बलिया खीरी ब्लॉक, पश्चिम की ओर सरसावां ब्लॉक से घिरा हुआ है। सहारनपुर, रामपुर मनिहारान, हैबत (यमुनानगर), नकुड़ घाना खंडी के नजदीकी शहर हैं घाना खंडी गाँव मुगल काल का एक ऐतिहासिक गांव है। ज़िला सहारनपुर में गाडा बिरादरी में इसका भूमि क्षेत्र 52000 बीघा सबसे अधिक है। साहरनपुर छेत्र में गाड़ा बिरादरी में घाना खंडी गाँव शिक्षा में सबसे ऊपर है। घाना खंडी गाँव में सन 1750 में राजा नूर मोहम्मद गाड़ा की रियासत थी। सन 1851 में मौला बख्श अंग्रेज

Village - Rihri | Saharanpur | गाड़ा बिरादरी का गाँव रिढ़ी | सहारनपुर | रिढ़ी ताजपुरा

village-viral.com/Rihri-Village  जनगणना 2011 की जानकारी के अनुसार रेडी मोहिउद्दीनपुर गांव का स्थान कोड या गांव कोड 109212 है। रिढ़ी मोहिउद्दीनपुर गांव भारत के उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले की सहारनपुर तहसील में स्थित है। यह सहारनपुर से 16 किमी दूर स्थित है, जो रिढ़ी मोहिउद्दीनपुर गांव का जिला और उप-जिला मुख्यालय दोनों है। 2009 के आँकड़ों के अनुसार, रेडी मोहिउद्दीनपुर गाँव एक ग्राम पंचायत भी है। गाँव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 303.09 हेक्टेयर है। रिढ़ी मोहिउद्दीनपुर की कुल जनसंख्या 4,707 है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 2,555 है जबकि महिला जनसंख्या 2,152 है। रेडी मोहिउद्दीनपुर गांव की साक्षरता दर 57.55% है, जिसमें से 66.22% पुरुष और 47.26% महिलाएं साक्षर हैं। रिढ़ी मोहिउद्दीनपुर गांव में लगभग 677 घर हैं। रेडी मोहिउद्दीनपुर गांव इलाके का पिनकोड 247120 है। रिढ़ी मोहिउद्दीनपुर गाड़ा बिरादरी का एक शक्तिशाली और बड़ा गाँव है, रिड़ी गाँव में 95% लोग गाड़ा बिरादरी के ही रहते है। रिढ़ी गाँव में जमिया इस्लामिया मदरसे के साथ-साथ यहाँ की इमरती जो की मिठाई होती है वो भी बहुत प्रसिद्ध है। मौलाना अख्तर साहब जो की जमिय

Jamia Islamia Rihri Tajpura Saharanpur | जमिया इस्लामिया रिहड़ी ताजपुरा | साहरनपुर

Jamia Islamia Rihri Tajpura Saharanpur भारत में मुग़ल साम्राज्य के पतन के बाद इस्लाम की डूबती नैया को पार लगाने के लिए मुसलमानों को जो बौद्धिक और बौद्धिक मार्गदर्शन मिला उसे अगर हदीस मुबारक कहा जाए तो यह वही लोग हैं जिन्हें राष्ट्र का इतिहास और यदि उन्हें देश में "देवबंद के अकबर" के नाम से जाना जाए तो कोई बुरी बात नहीं होगी। इतिहास के चेहरे पर चाहे कितनी ही धूल क्यों न उड़ा दी जाए, यह तथ्य दिन की तरह स्पष्ट है कि आज इस देश की धरती के ऊपर और आकाश के नीचे सभी धार्मिक और शैक्षणिक संस्थाएँ लाखों ईश्वर के सेवकों पर अपनी कृपा बरसा रही हैं। वे उस समय के महान संतों की ईमानदारी, कड़ी मेहनत, आदर्शों, समझ और दूरदर्शिता का सुंदर प्रतिबिंब हैं। अब से एक शताब्दी पीछे जब हम देखते हैं तो उस समय की परिस्थितियाँ, धर्म के विरुद्ध अंग्रेजी साम्राज्यवाद के जहरीले प्रलोभन और नास्तिकता और नास्तिकता का अंधकारमय वातावरण हमारी आँखों के सामने बार-बार दोहराया जाता है और हम महसूस करते हैं कि इन सेवाहीन विद्वानों और महान मुजाहिदीनों ने किस प्रकार कार्य किया था। अपना बहुमूल्य जीवन समर्पित करके इस्लाम की स

गाड़ा अंजुमन का कथित चुनाव रद्द, पुलिस प्रशासन का चाबुक चला, तो निकल गई हेकडी, चुनाव करवाने वाले मैदान छोड़कर भागे,नौजवानों के जोश की जीत

सहारनपुर, उत्तर प्रदेश: मरहूम डिप्टी अब्दुर रहीम की सोच और उनके विजन के खिलाफ जाकर कथित रूप से  गाड़ा अंजुमन के सदर का चुनाव करवाने वाले लोगों के सामने बिरादरी के तमाम नौजवानों और बुजुर्गों ने आईन को दुरुस्त करके बेहद ईमानदारी के साथ चुनाव करवाने हेतु फिलवक्त इस चुनाव को टालने की हाथ जोड़कर गुहार लगाई और हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, मेरठ, दिल्ली,हरियाणा तक के गाड़ो ने स्थानीय गाडो को साथ लेकर सहारनपुर में डेरा डाल दिया। मगर खुद को टी एन सेशन समझने वाले यह लोग हरगिज़ नहीं माने। लेकिन जैसे ही पुलिस प्रशासन का चाबुक चला और कानून ने अपना काम किया, तो इनकी सारी  हेकड़ी निकल गई। कल तक इस चुनाव को अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव की तरह मानकर चल रहे मठाधीशों ने बिरादरी के नौजवानों और बुजुर्गों की मेहनत और संघर्ष से घबराकर तत्काल पत्र जारी किया, कि चुनाव रद्द कर दिया है। सियासी नेताओं के घुंघरू और मठाधीशों ने जब यह तय कर लिया, कि गाडा अंजुमन के सदर का चुनाव हर कीमत पर करवाना है, तो बिरादरी के तमाम नौजवानों और बुजुर्गों ने चुनाव करवाने वालों पर दबाव बनाया और उसके बाद देवबंद जाकर एक मीटिंग में सबने कुछ आम सह

गाडा अंजुमन में विद्रोह के आसार, हंगामी पंचायत के बाद चुनाव रद्द करने की मॉग

Meeting Against Anjuman Gada Election Committee ऑल इंडिया गाड़ा अंजुमन के 6 सितंबर को होने वाले सदर के चुनाव  से पूर्व कुछ लोगो की तानाशाही के चलते गाडा अंजुमन में विद्रोह के आसार दिखाई दे रहे है। ऐसा मै इसलिए लिख रहा हूं कि हाल ही में बिरादरी के नौजवान नेता फरहाद आलम गाडा, प्रख्यात शायर बिलाल सहारनपुरी, मास्टर फसाहत अली,जिपं सदस्य मौहम्मद अफजल,जुनैद गाडा आदि नौजवानों की रहनुमाई में नयागांव-सीदपुरा में बिरादरी के सैकड़ो जिम्मेदार नौजवानों और बुजुर्गों की पंचायत हुई। उसम पंचायत में चुनाव से संबंधित तमाम मुद्दों पर गंभीरता पूर्वक विचार मंथन करने के बाद, तय किया गया, कि फिलवकत 6 सितंबर को होने वाले गाडा अंजुमन के  चुनाव को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाए और अंजुमन के दस्तूर में अमेंडमेंट करके वर्तमान में आईन के खिलाफ जाकर बनाए गए 63 सदस्यों की सदस्यता को रद्द करके, नए सदस्य बनाए जाए और उसी के आधार पर गाडा अंजुमन के सदर का चुनाव हो। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो ऑल इंडिया गाड़ा अंजुमन के चुनाव में मनमानी करने वालों को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे_ आपको बता दें कि मरहूम डिप्टी अब्दुर रहीम ने आज से

किया आप जानते है भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे पहले तेज़ गेंदबाज का नाम?

www.village-viral.com/Mohammed-Nisar-First-Indian-Bowler भारत में क्रिकेट खेल एक अभिन्न भाग्यशाली प्रेरणा का केंद्र बन चुका है। इस राष्ट्रीय खेल को लोग धर्म से ज्यादा भी पसंद करते हैं। भारत के क्रिकेट रूचि का उदाहरण दुनिया भर में अग्रणी टूर्नामेंटों, जैसे कि विश्व कप और विभिन्न टेस्ट और वनडे सीरीज, में लगातार भागीदारी के माध्यम से देखा जा सकता है। क्रिकेट ने भारतीय जनता के मन में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है, जो खेल के लिए अनुसंधान, प्रोत्साहन और प्रशंसा के लिए लगातार प्रेरित करता है। यहां बच्चे और युवा खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छा है कि वे क्रिकेट में उन्नति करें और राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करें। भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ियों के साथ-साथ इस खेल के प्रेमी और चाहने वाले उन्नति के समय भी देखे गए हैं। विराट कोहली, रोहित शर्मा, एमएस धोनी, सचिन तेंदुलकर, विरेंद्र सहवाग, और राहुल द्रविड़ जैसे क्रिकेटरों के उदाहरण से लोग खुद को प्रेरित करते हैं और खेल में बढ़ोतरी के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। भारतीय क्रिकेट रूचि के पीछे कई कारण हैं, जैसे कि खेल का माध्यमिक अभिवृद

गद्दी समाज का इतिहास / Gaddi Samaj History / Gaddi Caste / गद्दी जाति

www.village-viral.com/Gaddi-Samaj-ka-itihas मुस्लिम गद्दी एक मुस्लिम समुदाय है जो मुख्य रूप से उत्तरी भारत में पाया जाता है । 1947 में स्वतंत्रता के बाद,हरियाणा और दिल्ली राज्यों के गद्दी पाकिस्तान चले गए और अब पंजाब और सिंध प्रांतों में पाए जाते हैं ।पाकिस्तान और उत्तर भारत में, कुछ समुदाय के सदस्यों ने पहचान को फिर से बनाने के लिए खुद को गाज़ी के रूप में संदर्भित करना शुरू कर दिया है। मुस्लिम गद्दी समुदाय की उत्पत्ति के संबंध में कई सिद्धांत हैं। दक्षिण एशिया में , दो अलग-अलग समूह हैं जिन्हें गद्दी नाम से जाना जाता है। हिमालय की तलहटी में , जो अब हिमाचल प्रदेश राज्य और जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश हैं। एक हिंदू खानाबदोश समुदाय रहता है जिसे गद्दी के नाम से जाना जाता है। उत्तर भारत के मुस्लिम गद्दी एक अल्पाइन समुदाय नहीं हैं, बल्कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पाए जाते हैं , जो बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान राज्यों में वितरित हैं , और कभी भी खानाबदोश नहीं रहे हैं। 1947   में आज़ादी के बाद हरियाणा में मुस्लिम गद्दी समुदाय भी पाए गए । वास्तव में, यह स्पष्ट नहीं है कि एक सामान

धूना, धूने, धूनो, समाज का इतिहास / Mansoori samaj ka itihas / History of Mansoori Samaj

www.village-viral.com/Masoori-Samaj भारतीय जाति व्यवस्था का इतिहास विभिन्न युगों में विकसित हुआ है। इसके अनुसार, भारतीय समाज को चार मुख्य वर्णों में बाँटा गया था - ब्राह्मण, शत्रिय, वैश्य, और शूद्र। संस्कृत में वर्ण शब्द का अर्थ होता है "रंग" या "वर्णन"। इस व्यवस्था में, ब्राह्मण वर्ण के लोग धार्मिक ग्रंथों के पठन-पाठन में विशेषज्ञ थे, शत्रिय वर्ण युद्ध और राजनीति के क्षेत्र में अधिक गतिविधियों में लगे थे, वैश्य वर्ण वाणिज्य और व्यापार में व्यस्त थे, और शूद्र वर्ण के लोग सामाजिक काम करते थे। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है भारत के एक समुदाय के बारे में जो धर्म से मुस्लिम है और उनकी जाती का नाम धूना है जिसका सरनेम मंसूरी है। इंटरनेट पर इस समुदाय के बारे में बहुत ही काम जानकारी मिलेगी लेकिन इस आर्टिकल के माध्यम से आप इस समाज के बारे में कुछ बातें जान सकेगे। धुने धुनिया मँसूरी समाज का इतिहास और पेशा रूई को पीन कर रजाई तैयार करना था मँसूरी एक लकब है जो ईरान शहर मे पैदा हुए सूफी शहिद मँसूर हल्लाज के नाम को अपना सरनेम लगाते है मँसूरी समाज भारत में निवास है

हिंदू नाम रखकर मुस्लिम समाज के लोग कर रहे कारोबार, अफसरों ने 7 दिन में सब होटल ढाबे बंद कराने का आश्वासन देकर आंदोलन ख़त्म कराया

www.village-viral.com/Muzaffarnagar UP: पहले भी भारत देश में ऐसी बहुत सी घटनाये हो चुकी है जिससे देश के लोगो के बीच में आपस में लड़ाई या दंगे या फिर भय का माहौल बनाया गया था। 2014 के बाद जब से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयीं है तब से ऐसी तमाम घटनाये बढ़ चुकी है या ये कह दो 2014 के बाद से देश में सभी लोगो को कुछ भी बोलने की आजादी मिली है। ये मुद्दा सावन के समय में काँवारियों के जल लाने के समय पर उनके खाने पीने के इंतज़ाम को लेकर चल रहा था। हिन्दू समाज के लोगो का कहना है की मुस्लिम मालिक ढाबे वाले होटल किसी हिन्दू के नाम से ना चलाया जाये अगर कोई होटल या ढाबा चलाना है तो अपने धर्म के नाम से चलाये.. मुजफ्फरनगर में हाईवे पर स्थित कुछ होटल और ढाबों से हिंदू  नाम हटाने की मांग को लेकर बघरा आश्रम प्रमुख स्वामी यशवीर महाराज ने कलेक्ट्रेट में भूख हड़ताल शुरू कर दी। दूसरे दिन भी उन्होंने चेताया कि जब तक हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर संचालित मुस्लिम ढाबों और होटल से नाम नहीं हटाए जाएंगे, वह कलेक्ट्रेट में धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सार्वजनिक स्थान पर ही हनुमान चालीसा का पाठ

भाई ने बहन का सिर काटा:800 मीटर तक गांव में लेकर घूमता रहा, पुलिस बोली- अफेयर से नाराज था भाई.. हुआ अरेस्ट

www.village-viral.com/Riyaz-Viral-Video UP : यूपी के बाराबंकी में शुक्रवार को खौफनाक वारदात हुई। यहां एक भाई ने अपनी बहन का सिर धड़ से अलग कर दिया। सिर हाथ में लेकर वह गांव में करीब 800 मीटर तक घूमता रहा। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची। इसके बाद आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि बहन के अफेयर से नाराज होकर आरोपी ने यह वारदात की।आरोपी का नाम रियाज है। सुबह 11.30 बजे उसने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बहन का कटा हुआ सिर और शव बरामद कर लिया है। वारदात फतेहपुर थाना क्षेत्र के मिठवारा गांव की है।   पड़ोसियों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह घर पर रियाज का अपनी बहन आसिफा से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। कुछ देर रुकने के बाद वह घर से बाहर निकल गया। उसके बाद जब वापस आया तो अपनी बहन से कपड़े धोने के लिए बोला। रियाज की बहन कपड़े धोने के लिए घर से बाहर निकली और पानी भरने लगी। उस वक्त रियाज पीछे से आया और बहन पर चापड़ से ताबड़तोड़ वार किए। रियाज तब तक चापड़ से गले पर मारता रहा जब तक कि गर्दन अलग नहीं हो गई। इसके बाद उसने सिर को हाथ

मुजफ्फरनगर में नकली नोट छापने वाला गैंग पकड़ा ~

www.village-viral.com/muzaffarnagar-crime-news UP: भारत देश में जाली मुद्रा को चाल चलन से रौकने लिए भारत की मोदी सरकार ने देशहित में बहुत बड़े फैसले लिए, फैसला इतना बड़ा लिया गया था की सभी भारतवासी चाहे अमीर हो या गरीब, हीरो हो या राजनेता सबको अपने पैसे के लिए लाइन में लगा दिया गया था। देश में नोटबंदी के समय पर लोगो में गुस्सा भर आया था, लोग परेशान होने लगे थे क्योकि सुबह-सुबह लोगो को अपने खर्चे के पैसे के लिए बैंक के सामने बहुत लम्बी लाइन में लगना जो पड़ रहा था, लेकिन लोगो ने संयम से काम लिया। लोगो को लगा भारत सरकार ने जो भी फैसला लिया उससे कालाधन रखने वालो का सबसे ज्यादा नुकसान होगा। कालाधन से अलग लोगो में ये बातें फैलाई गयी अब लोगो के पास कालाधन नहीं रहेगा तो दो नंबर के काम बंद हो जायेंगे, देश में धार्मिक दंगे बंद हो जायेंगे, आतंकवाद पर रोक लग जाएगी, और सबसे बड़ी बात जाली नोटो का चाल चलन बंद हो जायेगा.. लेकिन अब तक ऐसी बहुत सी घटना सामने आ चुकी जिसमे लोग जाली नोट बनाने में लगे है। मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में 200 रुपए के नकली नोट छापे जा रहे थे। थाना बुढ़ाना पुलिस और एसओजी ने छापेमारी की क

मस्जिद में नमाज़ पढ़ाकर लौट रहे इमाम के साथ अभद्रता, मारपीट, जबरन भगवा पट्टा गले में डालकर लगवाये Jai Shree Ram के नारे

www.village-viral.com मस्जिद में नमाज़ पढ़ाकर लौट रहे इमाम के साथ अभद्रता.. मारपीट.. जबरन भगवा पट्टा गले में डालकर लगवाये  JSR के नारे.. शहर काज़ी के बेटे के साथ हुई वारदात, दो आरोपी अरेस्ट.. बाकी  फरार ... UP : बागपत  की एक मस्जिद में नमाज अदा कराकर लौट रहे शहर काजी के बेटे को कुछ युवकों ने रोक लिया। इसके बाद उन्होंने शहर काजी के बेटे पर तमंचा तान दिया और उससे जबरन जय श्रीराम के नारे लगवाए। इतना ही नहीं उसके गले में भगवा पट्टा डाल दिया। पीड़ित युवक ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर दी गई और जान से मारने की धमकी दे डाली। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही दो आरोपियों जितेंद्र और राहुल को भी गिरफ्तार किया हैं। शहर काजी हबीबुर्रहमान का बेटा मुजीबुर्रहमान शहर की एक मस्जिद में इमाम हैं। वह पुराने कस्बे की एक मस्जिद में नमाज अदा कराकर घर लौट रहा था। मुजीबुर्रहमान ने पुलिस को बताया कि गले में भगवा गमछा डाले आधा  दर्जन  युवकों ने उसे रास्ते में रोक लिया और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद तमंचा तानकर पहले हिंदुस्तान जिंदाबाद और फिर जय श्रीराम के नारे लगाने का दबाव बनाया। उसन

Masjid-e-Kurtuba Spain | शायर अल्लामा इक़बाल ने सिर्फ मस्जिदे-ए-क़ुर्तुबा पर क्यों लिखी नज़म

मस्जिद ए #क़ुर्तुबा۰ (स्पेन) में नमाज़ अदा करते अल्लामा इक़बाल! आज में आपको एक ऐसे शख्श के बारे में बताने जा रहा हूं जिसने आलमी मशहूरी हासिल की और अकीदतों को रौशन किया, वो शख्शियत है अल्लामा इक़बाल जिन की शायरी और फालसफे आज भी लोगो को इखट्टे करते है। अल्लामा इक़बाल पाकिस्तान देश की शायरी के तौर पर जाने जाते है और इन्होने मशहूर कौमी असेम्बेली के भी औहदे को भी अदा किया.. जानते हैं? अल्लामा इक़बाल ने ताजमहल पे कोई नज़्म नहीं लिखी, मस्जिद-ए-अक़्सा पे कोई नज़्म नहीं लिखी, यहाँ तक कि मस्जिद-ए-नबवी पे भी कोई नज़्म नहीं लिखी, पर इक़बाल ने मस्जिद-ए-क़ुर्तुबा पे नज़्म लिखी। आख़िर क्यों? इक़बाल का मस्जिद-ए-क़ुर्तुबा पे नज़्म लिखने का मक़सद इस मस्जिद के आर्किटेक्चर या इसकी ख़ूबसूरती को बताने के लिए नहीं था बल्कि अल्लामा ने इसे एक सिम्बल के तौर पे लिया जो मुसलमानों के उरूज और ज़वाल की सबसे बड़ी दास्तान है।   ये इंसानी तारीख़ की बुलंदी और गिरावट की नक्काशी करती है। और ये जो क़ुर्तुबा है वो मुस्लिम सभ्यता का उरूज था, वो सभ्यता जिसका विस्तार यूरोप से लेकर एशिया तक हो चुका था!- यहां तक कि यूरोप के माल

What is ChatGPT? / चैटजीपीटी क्या है? /ChatGPT kiya hota hei.

www.village-viral.com/What-is-ChatGPT नमस्ते दोस्तों! आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम बात करेंगे ChatGPT के बारे में। ChatGPT एक बहुत ही रोचक और प्रभावी शब्द प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी है जो एक बातचीत चालक के रूप में कार्य करती है। इसका उपयोग बातचीत या संवाद करने के लिए किया जा सकता है और यह उपयोगकर्ता के सवालों का उत्तर देने में मदद करता है। ChatGPT को ओपनएआई द्वारा विकसित किया गया है, जो ग्रेटफुल-प्रेट्रेन्डेड ट्रांसफर लर्निंग (GPT) तकनीक पर आधारित है। यह भाषा मॉडल के रूप में उपयोग किया जाता है, जिसका अर्थ है कि यह भाषा समझने, उत्पादन करने और प्रसंस्करण करने की क्षमता रखता है। यह उपयोगकर्ताओं को बेहतर समझने और उनकी सहायता करने के लिए प्राकृतिक भाषा में आपत्ति प्रकट करने की क्षमता रखता है। ChatGPT एक AI सिस्टम है जो प्रशिक्षित होता है ताकि वह लोगों की सहायता करने के लिए बेहतर संवाद प्रदान कर सके। इसे मिशन क्रिटिकल संवादों के लिए नहीं उपयोग किया जाता है, बल्कि यह ज्ञान के भंडार के रूप में एक प्रकाशित स्रोत से डेटा प्राप्त करता है और उसे पढ़कर लोगों के सवालों का उत्तर देता है। ChatGPT का वि

किया आप जानते है पेट्रोल को हिंदी में क्या कहते हैं?

www.village-viral.com/what-is-petrol-called-hindi जब हम बात करते हैं पेट्रोल की, तो हम अपने मन में तुरंत एक चीज सोचते हैं - गाड़ी का ईंधन! वाहनों की दुनिया में पेट्रोल एक महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत है, जो हमें लंबी यात्राओं पर जाने में मदद करता है। हिंदी में पेट्रोल को क्या कहा जाता है? चलिए इस विषय पर थोड़ी चर्चा करते हैं। हिंदी भाषा में पेट्रोल को "ईंधन" कहा जाता है। यह शब्द "ईंधन" संस्कृत शब्द "ईन्धन" से आया है, जिसका अर्थ होता है "जलने वाली चीज़"। यह शब्द पेट्रोल की उपयोगिता को दर्शाने का एक अच्छा विवरण है, क्योंकि यह हमारे वाहनों को चलाने के लिए उच्च-गुणवत्ता वाली ऊर्जा प्रदान करता है। ईंधन के रूप में पेट्रोल का उपयोग लगभग सभी वाहनों में किया जाता है, जैसे कि कार, मोटरसाइकिल, स्कूटर, ट्रक, और अन्य गाड़ियां। इसका उपयोग न केवल यातायात के लिए होता है, बल्कि इंडस्ट्री, कृषि और अन्य क्षेत्रों में भी इसका व्यापक उपयोग होता है। पेट्रोल वास्तव में एक युगल लोह का मिश्रण होता है, जिसमें कई अवयवों का समावेश होता है। यह मुख्य रूप से हाइड्रोकार्बन संयोजन (